दिल्ली में हरियाली को बढ़ावा देने के लिए केजरीवाल सरकार फ्री में देने जा रही है गमले और पौधे

 

दिल्ली सरकार ने दिल्ली को फिर से हरा – भरा बनाने के लिए एक छोटी सी पहल की है दिल्ली में बढ़ते प्रदुषण और बढ़ती आबादी को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। इस पहल की मदद से ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है की दिल्ली के वातावरण में थोड़ा -सा सुधार आएगा।
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बुधवार को कहा कि लोगों के दरवाजे पर मुफ्त में छोटे पौधे और गमले उपलब्ध कराने की योजना बना रही है। इसके लिए हर वार्ड में सर्वे किया जा रहा है।

पीटीआई के साथ बातचीत में उन्होंने बताया कि पौधों की प्रजातियों की पहचान करने के लिए एक टीम का गठन किया जा रहा है, जिनकी रोपाई के बाद उच्च मृत्यु दर होती है और उनकी उत्तरजीविता दर में सुधार के लिए स्थानांतरित पेड़ों पर मिट्टी के प्रकार और अन्य कारकों के प्रभाव का पता लगाया जाता है।

बता दें कि भारती के नवीतम वन स्थिति रिपोर्ट के अनुसार दिल्ली का हरित वातावरण इसके भौगोलिक क्षेत्र के 21.88 प्रतिशत से बढ़कर 23.06 प्रतिशत हो गया है। हालांकि, गोपाल राय ने कहा कि सरकार शहरी खेती जैसी वैकल्पिक मॉडल की योजना बना रही है। उन्होंने कहा कि वन विभाग और दिल्ली नगर निगम घर-घर फ्री में पौधे और गमले उपलब्ध कराने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने जा रहा है।

गोपाल राय ने आगे कहा कि हम वार्ड वाइज सर्वे कराकर पूछ रहे हैं कि उन्हें किस प्रकार के पौधे चाहिए। मैंने अपने विधानसभा क्षेत्र में सर्वे करवाया है। अगर प्रोजेक्ट सफल हो गया तो ग्रीन बेल्ट के लिए विकल्प तैयार करने में सफल होंगे। पर्यावरण मंत्री ने कहा कि कुछ प्रजातियों के पौधों की जीवित रहने की दर बहुत कम है। साथ ही कुछ क्षेत्रों में मिट्टी वृक्षारोपण के लिए उपयुक्त नहीं है।

उन्होंने कहा कि उन प्रजातियों के पौधे की पहचान के लिए एक टीम बनाई जा रहे है, जिनकी रोपाई के बाद जीवित रहने की दर बहुत कम है। खास बात है कि पिछले साल मई में दिल्ली हाईकोर्ट में वन विभाग ने बताया कि पिछले तीन साल में लगाए गए 16,461 पेड़ों में मात्र 33.33 प्रतिशत पेड़ ही जीवित रहे हैं।

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Author: Staff Reporter

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