



(दिल्ली-अप-टु-डेट) नई दिल्ली। कई पेरेंट्स अपने बच्चों की बीमारियों से बेहद परेशान रहते है। अकसर आपने देखा होगा कि एक से डेढ़ साल के बच्चों बिस्तर पर पेशाब करते है, लेकिन यदि वे बच्चे बड़े होकर भी नींद ना खुलने पर या थकान महसूस होने पर बिस्तर पर पेशाब करने लगे तो मां—बाप का चितां करना लाजमी हैं। कुछ लोग इस बात से परेशान रहते हैं कि उनके बच्चे बड़े होने के बावजूद भी अक्सर बिस्तर को गीला कर देते हैं। ऐसे में वे अपने बच्चें को अच्छे डॉक्टर से इलाज करवाने के बावजूद भी उनकी समस्या का कोई हल नही निकल पाता। आप भी इस समस्या से जूझ रहे है तो हम आपको कुछ घरेलू नुस्खों के बारे में बताने जा रहे हैं, जिन्हें अपनाने से इस समस्या से जूझ रहे बच्चों को इस बीमारी से निजात मिल जाएगी।
ऐसे दिलवाए अपने बच्चों को इस बीमारी से इलाज
छोटे बच्चों का बिस्तर पर पेशाब करना तो आम बात होती है, लेकिन 3 साल से बड़े होने के बावजूद भी बिस्तर को गीला करना कोई आम बात नही हैं। इससे छुटकारा पाने के लिए बच्चे को सोने से 2 घंटे पहले एक कप गुनगुने दूध में एक चौथाई चम्मच जायफल घिसकर पिलाने से बीमारी से छुटकारा मिल जाएगा।
बच्चे के बिस्तर गीला करने की आदत छुड़वाने के लिए उसे रोजान सुबह खाली पेट ठंडे दूध में एक चम्मच शहद मिलाकर पीना चाहिए। ध्यान रखें कि ये शुद्ध शहद हो इसमें चीनी न मिली हो। ऐसा लगातार एक सप्ताह तक करने से आपको राहत मिलेगी, नींद में पेशाब करने की आदत छुड़वाने के लिए बच्चे को दिन में दो से तीन केले खिलाएं।
बच्चे को रोजाना सोने से पहले तीन से चार अखरोट खिलाने से भी रात में सोते समय बिस्तर पर पेशाब करने की आदत से छुटकारा मिलने में सहायक होगा। आयुर्वेद विज्ञान के अनुसार बच्चे को रोजाना सुबह खाली पेट भीगी हुई किशमिश खिलाने से भी फायदा होता है।
ठंड के मौसम में बच्चों के बिस्तर गीला करने की आदत छुड़वाने के लिए बच्चे को दिन में दो बार एक चम्मच पिसी दालचीनी में एक चम्मच शहद मिलाकर दें। यूं तो इस समस्या से छुटकारा पाने के लिए घरेलू नुस्खे ही काफी है, लेकिन आप चाहे तो एक आयुर्वेदिक जड़ी-बूटी जिसे नवजीवन कहते है। ये जड़ी-बूटी भी बच्चे को इस बीमारी से निजात दिलानें में सहायक होती हैं।